भावों की अतिसुन्दर अभिव्यक्ति...वाह वाह कर ताली बजाने को मन कर रहा है.हो सकता है कुछ लोग टिप्पणी कर इसे और वृहत करने की गुजारिश करें मगर आप मत कीजियेगा, क्योंकि -....................मत खोलो मुंदी आँखेंअभीकैद सपनों मेंरंग तो भरदेने दो.:)
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भावों की अतिसुन्दर अभिव्यक्ति...
वाह वाह कर ताली बजाने को मन कर रहा है.
हो सकता है कुछ लोग टिप्पणी कर इसे और वृहत करने की गुजारिश करें मगर आप मत कीजियेगा, क्योंकि -
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मत खोलो मुंदी आँखें
अभी
कैद सपनों में
रंग तो भर
देने दो.
:)
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