इन्द्रधनुष के लिए UNESCO विश्व विरासत श्रृंखला की यह पहली कड़ी है.अभी सम्पादकीय कैंची से यह गुज़रा नहीं है।
मेरे एक दोस्त हैं घुमक्कड़ मियां।उनके पैरों में तो जैसे चक्करघिन्नी लगी हुई है.जब देखो अपना बैग उठाते हैं और चल देते हैं दुनिया की सैर करने. आज उनसे मुलाकात हुई तो मैंने पूछा,"अरे घुमक्कड़ मियां , अब कहाँ जाने का प्रोग्राम बना रहे हैं.मुझे लगता है अब दुनिया की कोई जगह ऐसी नहीं है जहाँ आप गए नहीं हैं!"
"अरे दुनिया इतनी बड़ी है की कोई सौ जनम ले तो भी पूरा नहीं घूम सकता. पर तुम्हें एक राज़ की बात बताते है।"
मेरे कान खड़े हो गए."क्या,क्या?"
घुमक्कड़ मियां बोले."क्या तुमने विश्व विरासत स्थलों के बारे में सुना है?"
"नहीं"
"ह्म्म्म.....यही तो.दुनिया में कितनी सारी जगह हैं जिनके बारे मैं हम सोच भी नहीं सकते की ऐसी जगह भी हमारी धरती पर हैं।"
"संयुक्त राष्ट्र संघ (UN) के युनेस्को ने विश्व विरासत स्थल ऐसे खास स्थानों (जैसे वन क्षेत्र, पर्वत, झील, मरुस्थल, स्मारक, भवन, या शहर इत्यादि)को कहा है, जो विश्व विरासत स्थल समिति द्वारा चुने गए हैं.यह प्राकृतिक भी हो सकते हैं या फिर मानव ने इन्हें बनाया हो. पर ये इतने अनूठे और अद्भुत हैं की इन्हें बचाना और आने वाली पीढ़ी के लिए संभाल कर रखना हमारी जिम्मेदारी है."इस बार मैं ऐसी ही एक जगह की सैर कर के आया हूँ और अब से हर बार ऐसे ही किसी जगह की सैर करूंगा। ""
कहाँ से आ रहे हैं?"
"इस बार मैं गया था दक्षिण अमेरिका के वर्षा वन यानि एमाज़ोन नदी के रेन फोरेस्ट्स ।""
पर उन वन में ऐसा क्या है जो उन्हें हमारी विरासत की सूची में लाता है।"
घुमक्कड़ मियां बोले," बड़ी ही अद्भुत जगह है.मैं तो दंग रह गया वहां जा कर.चलो तुम्हारे साथ बाँटते हैं वहां की सैर।"
"तुम्हें पता है की एमाजोन नदी पानी के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी नदी है. इसमें इतना पानी बहता है की जब यह एटलांटिक महासागर से मिलती है तो करीब २०० किमी तक महासागर का पानी ,नदी का ही होता है और यह खारा नहीं होता . इस नदी के आसपास पाए जाने वाले जंगल को वर्षा वन कहते हैं. यह जंगल इतना बड़ा है जितना की लगभग हमारा देश! यह वर्षा वन दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे घना वन हैक्या तुम सोच सके हो की इतने बड़े जंगल से हमारी धरती को कितना लाभ होता है.इसके घने पेड़ कार्बन डाइओक्साइड को सोख लेते हैं और दुनिया की २० प्रतिशत आक्सीजन इन्हीं पेड़ों से मिलती है.इसलिए इन्हें दुनिया के फेफडे कहा जाता है ! जैसे शरीर फेफडे के खराब हो जाने से बीमार हो जाता है वैसे ही इन जंगलों के कट जाने से हमारी पृथ्वी को भी बहुत नुकसान होता है. यह जो वर्षा वन है यह वैसे तो दक्षिण अमरीका के 9 देशों में फैला हुआ है ,ब्राजील,बोलीविया,पेरू,इक्योदर ,कोलंबिया,वेनेज्यूला,गयाना , सूरीनाम और फ्रेंच गयाना ।"
"घने जंगलों में घुस पाना तो बहुत मुश्किल है. मैं हैरत में पड़ गया यहाँ के जीव जंतुओं को देखकर. तब हमारे गाइड ने बताया की दुनिया में पाए जाने वाली जीव -जंतु और पेड़ों की जातियों में आधी से ज्यादा यहाँ मिलती हैं.इसी को कहते हैं बायो- डाइवर्सिटी ।
अच्छा क्या तुम्हें पता है की आलू कहाँ से आया ....इन्हीं वर्षा वन से. अच्छा बताओ चावल कहाँ से आया ॥इन्हीं वर्षा वन से. सोचो केला कहाँ सबसे पहले उगा होगा, या फिर अदरक,काफी,गन्ना. हाँ यह सबसे पहले यहीं से शुरू हुए थे.दुनिया में जो भी फल, फूल, सब्जी, अनाज खाया जाता है उसमें ८० प्रतिशत अमाज़ोन के वर्षा वनों से शुरू हुए.अब मुझे भी समझ में आने लगा की क्यों यह हमारी विरासत है.मेरे ब्राजीली साथी ने बताया की वहां ३००० तरह के फल मिलते हैं.विश्वास नहीं होता?
वैसे तो हम सिर्फ वर्षा वन का बहुत बहुत थोडा भाग ही देख पाए पर हमें लगा की जंगल में पेड़ -पौधे के उगने का एक नियम है. वहां पेड़ चार परतों में पाए जाते हैं. सबसे ऊँचे पेड़ जो २०० फीट तक जा सकते हैं .इन पेड़ों पर कुछ जानवर ऐसे भी रहते हैं जो इन ऊँचाइयों से नीचे नहें उतरते. इसके बाद आती है छत्री वाली परत .इन पेड़ों की छोटी अंडाकार पट्टियां होती हैं.यह जंगल की सबसे घनी और मुख्य परत है और इसी में यहाँ के फल और फूल पाए जाते हैं.इसके बाद वाले परत तक बहुत कम धूप पहुँच पाती है.इसीलिये यहाँ के पेड़ों की पत्तियां चौड़ी होती हैं. इस परत में सबसे ज्यादा कीडे मकौडे होते हैं. सतह वाली परत तक तो धूप पहुँचने का सवाल ही नहीं उठता इसलिए जंगल की ज़मीन पर सिर्फ सड़े फूल,पत्तियां पाए जाते हैं और रेंगने वाले कीडे मकौडे .
घुमक्कड़ मियां ने लम्बी सांस ली. बोले," इतनी विविधता देख मैं तो दंग रह गया भाई. यह हमारी प्रकृति कितनी धनी है।यहाँ एक एकड़ की जगह में ७५० पेड़ और १५०० तरह के पौधे मिलते हैं।"
"यह तो हुई पेड़ पौधों की बात.लेकिन यहाँ पर पशु पक्षी भी बड़े निराले और दुर्लभ किस्म के रहते हैं.यहाँ पाया जाने वाला स्कारलेट मकाउ एक तरह का बहुत ही रंगीन तोता होता है. एनाकोंडा नाम का सांप जो दुनिया का सबसे भारी सांप है.इसका वजन एक घोडे के बराबर होता है.यह जहरीला नहीं होता और एक बड़ी गाय को एक बार में निगल लेता है! अच्छा हुआ मुझे यह सांप दिखाई नहीं पड़ा ! वेम्पायर बेट दुनिया का एक ही ऐसा चम्गादड़ है जो जानवरों का खून पीता है. यक ! वहां घूमने का सबसे बढ़िया तरीका है एमज़ोन या फिर उसकी उपनदियों पर नाव से जाना . पर एमज़ोन में पाई जाती है पिरहाना नाम की मछली जो मांस खाती है .अगर आप का हाथ या कोई अंग उसकी पकड़ में आ गया तो वह उस खा जायेगी .ऐसे ही बहुत से जानवर इन वर्षा वन में पाए जाते हैं.ऐसी कई पक्षी और पशु जनले के अन्दर होंगे जिनके बारे में अभी तक पता ही नहीं कर पाए। "
"आओ वहां के निवासियों से भी तो तुम्हारा परिचय करायें.हाँ, इस घने जंगल में भी लोग रहते हैं जो वहां के मूल निवासी हैं.यहाँ किसी ज़माने में ६० लाख कबीले वाले इन जंगलों में रहते थे पर अब घट कर सिर्फ २.५ लाख रह गए हैं.यह भी २१५ कबीलों में बनते हैं और आपस में १८० भाषाएँ बोलते हैं. ऐसा मानना है की इनमें ५० कबीले ऐसे हैं जिन्होंने आजतक किसी बाहर की दुनिया वाले को नहीं देखा है . जैसे जैसे हम इनके करीब पहुँचते हैं यह वन के और अन्दर जाते जा रहे हैं . शायद आज की दुनिया से इन को कोई लेना देना नहीं है.आखिर यह दुनिया ही तो है जिसने इन अनोखे जंगलों को इतना नुकसान पहुँचाया है.इन कबीलों में होते हैं इनके अपने डॉक्टर जिनका ज्ञान सिर्फ मुँह्ज़बानी है.पर इन्हें इसा वन संपदा के पेड़ों के गुणों के बारे में इतना पता होता है .एक भी ओझा के मरने से मानों एक लाइब्रेरी ख़तम हो गयी क्योंकि वह हजारों साल का ज्ञान किसी को बिना बताये चले गए।
घुमक्कड़ मियां बोले,"वहां की बातों का कोई अंत नहीं. बस इतना जान लो की अगर हमने सावधानी नहीं बरती तो यह अमूल्य वन नष्ट हो जायेंगे और उनके साथ कितने पेड़ पौधे पशु -पक्षी और कबीले.इसलिए यह हमारी विरासत है जो हमें आने वाली पीढीयों को देनी है ।"
"अब मैं आराम करता हूँ और अगली बार तुम्हें सुनाऊंगा ऐसी एक और विश्व विरासत की दास्ताँ !"
1 टिप्पणी:
अरे वाह, ये तो बहुत प्यारी जानकारी प्रदान की आपने। डिस्कवरी में अक्सर एमजोन के वनों का जिक्र सुनने को मिलता है, आज उनकी हकीकत मालूम चली। शुक्रिया।
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और अब दो स्क्रीन वाले लैपटॉप।
एक आसान सी पहेली-बूझ सकें तो बूझें।
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